Digital Signature के बारे में जाने.
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क्या आप जानते है Digital Signature क्या है? एक समय था जब सिर्फ Physical Signature का इस्तेमाल होता है. जिसमे गलत काम भी होना काफी संभव था.
लेकिन अब हम Physical Signature के
बदले Digital Signature का इस्तमाल शुरू कर चुके हैं. जो काफी सुरक्षित
है.
अब इसके बारे में कुछ बिशेष जानकरी प्राप्त
करेंगे. जैसे की Digital Signature क्या है? Digital Signature कैसे
काम करता है? Digital Signature के फायदे, डिजिटल सिग्नेचर
सर्टिफिकेट क्या हैं? इत्यादी
के बारे में आप जानेंगे.
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Digital Signature क्या है?
What Is Digital Signature In Hindi? digital signature kya
hota hai
डिजिटल सिग्नेचर एक डिजिटल मैसेज या डॉक्यूमेंट
की प्रामाणिकता को प्रदर्शित करने के लिए एक गणितीय योजना है.
Digitally Sign किया हुआ एक विशेष कोड जिसका उपयोग
किसी भी ऑनलाइन डॉक्यूमेंट की प्रमाणिकता के लिए किया जाता है.
Digital Signature जैसे technique हम ये पता लगा
सकते हैं की वह document कितना Authentic या Genuine
है.
डिजिटल सिग्नेचर का प्रयोग ज्यादातर इ कॉमर्स,सॉफ्टवेयर
डिस्ट्रीब्यूशन, वित्तीय लेनदेन तथा ऑनलाइन बैंकिंग के लिए किया
जाता है जिससे कि हमारा transaction सुरक्षित हो सकें.
डिजिटल सिग्नेचर का आविष्कार 1977
में Ronald Rivest, Adi Shamir and Len Adleman ने किया था.
Digital Signature कैसे काम करता है?
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जब एक ब्यक्ति दुसरे को ऑनलाइन कुछ भेजता है.
अगर उस document को digitally Signed करने की जरुरत
है तो उसमे hash function apply किया जाता है. जिससे एक “numbered
sequence” निकलता है जिसे Hash कहते हैं.
उसके बाद उसी Hash को “Sender
Private Key” के साथ encrypt किया जाता है.
ऐसा करने के बाद अब वो document
digitally signed हो जाता है. और उसे दुसरे आदमी को भेज दिया जाता है.
अब दुसरे ब्यक्ति को Signed Document मिल
जाता है, तो उस document की authenticity को check
करने
के लिए कुछ जरुरु चीज़ें करनी पड़ेगी.
इसके लिए सबसे पहले उसे उस document पर “Hash
function” का इस्तमाल करना पड़ा, जिससे उसे result में
पहला Hash मिलेगा.
फिर उसे उस Signed Document को “Sender Public Key” इस्तमाल करके decrypt
करना
पड़ेगा. जिससे उसे result में दूसरा Hash मिलेगा.
अब पहला और दूसरा Hash को compare
करना
पड़ेगा, अगर दोनों सामान
निकले, तो हम बोल सकते हैं की वह Signed Document पूरी तरह से original
है.
Digital Signature के फायदे
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Digital Signature का काम Digital Documents के
साथ किसी भी किस्म का tampering और imparsonation को
रोकना है.
किसी भी user के Private
Keys के साथ Digital Signature लिंक होने से इसे केवल वही इस्तमाल कर
सकता है. ऐसे में यह पता चल जाता है की इस document का असली मालिक
कोन है.
किसी भी user के public
keys को इस्तमाल कर उसके signing को fake नहीं किया जा
सकता.
Digital Signature जो की ink Signature या Paper
Signature से ज्यादा safe है.
Digital Signature में cryptographically एक electronic
identity को एक electronic document में bind कर दिया जाता
है. और जिसे की इतनी आसानी से कॉपी नहीं किया जा सकता.
डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट क्या हैं?
What is Digital Signature Certificate
डिजिटल सर्टिफिकेट Certified
Authority" द्वारा जारी किया एक प्रमाण पत्र
है जो एक व्यक्ति, ऑर्गनाइजेशन को Public key
infrastructure (PKI) का उपयोग करके इंटरनेट पर सुरक्षित रूप से डेटा
का आदान-प्रदान करने की अनुमति देता है.
इसे Public
key Certificate या identity certificate के रूप में भी जाना जाता है.
ऑनलाइन ट्रैन्ज़ैक्शन्ज़ मे हो रहे इनफॅार्मेशन
एक्सचेंज (नाम, पिन कोड, देश, ईमेल
एड्रेस, सर्टिफिकेट जारी किए जाने की तारीख और प्रमाणित प्राधिकारी का नाम)
को हाई लेवल सिक्योरिटी प्रोवाइड करता हैं.
इसमें आपने जाना की की Digital
Signature क्या है? Digital Signature कैसे काम करता है? Digital
Signature के फायदे, डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट क्या हैं?
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