कीबोर्ड क्या है? ( Keyboard Kya Hai Hindi ), What Is Keyboard In Hindi
Keyboard, कंप्यूटर
का इनपुट डिवाइस कहलाता है. किसी
कार्य को करने के लिए यूजर Keyboard के द्वारा कंप्यूटर को अपना आदेश दे सकता है. कंप्यूटर
पर किसी कार्य को करने के आलाबा Keyboard का इस्तेमाल
टाइपिंग के लिए भी होता है. जब
भी कंप्यूटर पर किसी कार्य को करते है तो Keyboard के
माध्यम से इनपुट देना होता है. और इसी इनपुट के माध्यम से ही कंप्यूटर में कुछ भी
लिखता है. कंप्यूटर बिना डेटा इनपुट के कभी भी कार्य नहीं कर सकता है.
कीबोर्ड को कई तरह से कनेक्ट किया जाता है. जैसे
usb केबल से Keyboard को कंप्यूटर में कनेक्ट कर सकते है. दूसरा जो
वायरलेस से कनेक्ट करने वाला Keyboard होता है.
कीबोर्ड में टाइपराइटर की तरह सभी keys होते है. अधिकांश उपयोग किया जाने वाला
कीबोर्ड “Qwerty” होता है. कीबोर्ड को कंप्यूटर से Connect
करने के लिए Usb केबल का उपयोग किया जाता है। कीबोर्ड पर कई तरह
की keys होते है जिसका उपयोग करके अलग-अलग इनपुट कंप्यूटर को कमांड दिया जाता है.
कीबोर्ड का अविष्कार, Keyboard Invention
1868 में पहले व्यवहारिक आधुनिक टाइपराइटर को Christopher
Latham Sholes ने पेटेंट कराया था. Typewriter के अविष्कार के साथ ही Keyboard का
इतिहास शुरू होना माना जाता है. तकनीकी
सुधारों के कारन टाइपराइटर धीरे-धीरे Standard Computer Keyboard के रूप में विकसित हुआ. Keyboard को सन
1878 में Qwerty कम्प्यूटरों
में सबसे पहले बार इस्तेमाल किया गया था.
Keyboard Keys के प्रकार, How Many Types Of Keyboard Keys
Function Keys
Keyboard के सबसे ऊपर में Function Keys स्थित होता है. कीबोर्ड फंक्शन keys की संख्या F1 से F12 तक होती है. किसी विशेष कार्यों को करने के लिए
Function Keys का इस्तेमाल किया जाता है.
Navigation Keys
Arrow Keys:- चारो दिशाओं में घुमा हुआ Arrow Keys की संख्या चार होता है. जैसे Up Arrow, Down Arrow, Left
Arrow तथा Right Arrow. इस
keys का इस्तेमाल Cursor और डॉक्यूमेंट या web पेज
को Arrows कि
दिशा में मूव करने के लिए किया जाता है.
Home Key:- किसी
डॉक्यूमेंट या पेज के सुरु में कर्सर को लाने के लिए Home Key का प्रयोग किया जाता है. इसके द्वारा कर्सर कही से भी सुरु में आ
जाता है.
End Key:- End Key का प्रयोग home keys से बिलकुल उल्टा होता है.
end key के प्रयोग से Cursor कही से भी डॉक्यूमेंट या पेज के अंत में चला जाता है.
Insert
Key:- Insert Key का Use Insert Mode को On
तथा Off करने के लिए किया जाता है.
Delete Key:- Delete Key का प्रयोग करने से पेज पर Cursor के
बाद वाला Text को delete करता है. इसका प्रयोग Select
किए हुए Text, डॉक्यूमेंट या Folder
को Delete करने के लिए भी किया जाता है.
Page Up Key:- किसी भी पेज या डॉक्यूमेंट के उपर जाने के लिए Page
Up Key का प्रयोग किया जाता है. पेज के अलाबा Cursor
भी उपर जाता है.
Page Down Key:- Page Down Key का प्रयोग
पेज उप key से बिलकुल उल्टा होता है. इसका प्रयोग करके हम किसी पेज के निचे में जा
सकते है. साथ ही Cursor को नीचे मूव किया जाता है.
Control Keys
Esc Key:- बर्तमान में इनपुट किया गया किसी कार्य को
कैंसिल करने के लिए Esc Key का प्रयोग किया जाता है. esc key का पूरा नाम Escape
Key है.
Ctrl Key:- Ctrl key का प्रयोग अकेले नहीं किया जाता है.
इसके साथ-साथ किसी और key का प्रयोग करने पर ही काम करता है. इसका इप्रयोग कीबोर्ड
में शॉर्टकट के रूप में किया जाता है. इसके साथ अन्य कई keys का प्रयोग कर अलग-अलग
कार्य किया जाता है. इसका पूरा नाम Control Key है.
Alt Key:- Alt Key का भी प्रयोग Keyboard Shortcuts में ही किया जाता है. alt key का पूरा नाम alter key होता है.
Window Logo Key:- कंप्यूटर के स्टार्ट मेनू को ओपन करने के लिए
विंडो लोगो key का प्रयोग किया जाता है. विंडो key के साथ अन्य की का प्रयोग कर और
कार्य किया जाता है. जैसे “window + e” इससे My computer खुलता है.
Menu Key:- Menu Key प्रयोग Mouse के Right Click के तरह
किया जाता है. यह सेलेक्ट किया हुआ प्रोग्राम से संबंधित विकल्पों को Open करता है.
Prtscr Key:- मोबाइल की तरह कंप्यूटर के स्क्रीन का स्क्रीन
शोर्ट लेने के लिए इस Key का उपयोग किया जाता है.
Typing Keys
इसका प्रयोग सबसे ज्यादा होता है. टाइपिंग keys
में दो keys होते है. पहला है अल्फाबेट. और दूसरा नंबर्स होता है. इसे Alphanumeric
Keys भी कहा जाता है. Alphanumeric Keys में Symbols और Punctuation Marks सम्लित होता है.
Numeric Keys
Numeric Keys की सजावट कैलकुलेटर के कुंजी की तरह होने के
कारन इसे Calculator Keys भी बोला जाता हैं. इसमें +, — ,* ,0,1, 2, 9 इत्यादि सम्लित रहते है. कीबोर्ड
में उपस्थित इस कीबोर्ड की मदद से कंप्यूटर में नंबर को टाइप किया जाता है.
कीबोर्ड के प्रकार, How Many Typs Of Keyboard
Wireless Keyboard
नाम से ही पता चलता है की वायरलेस कीबोर्ड कैसा
होता होगा. वायरलेस यानि बिना विवरे का कीबोर्ड होता है. ऐसा कीबोर्ड ब्लूटूथ या
wifi के द्वारा कंप्यूटर से कनेक्ट होता है. ऐसे कीबोर्ड को कंप्यूटर से कनेक्ट
करने के बाद कंप्यूटर से कई मीटर दूर रखकर कार्य किया जा सकता है.
स्टैण्डर्ड कीबोर्ड
घर हो या ऑफिस, सभी जगर ज्यादा-से-ज्यादा
स्टैंडर्ड कीबोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है. यह कीबोर्ड विथ वायर होता है. ऐसा
कीबोर्ड प्रोफेशनल वर्क करने के लिए अच्छा माना जाता है. इसलिए कंप्यूटर पर कार्य
करने के लिए अधिकांशतः इसी Keyboard का इस्तेमाल होता है.
Mechanical Keyboard
Mechanical Keyboard में प्रत्येक बटन के नीचे (अन्दर में) स्प्रिंग
लगा होता है. जिसके कारन जब key बोर्ड पर कुछ भी type करते है. तब उसमे लगा हुआ
स्प्रिंग के कारन उंगलियों को पीछे की साइड में पुश करता है. इसी के कारन ऐसे Keyboard पर type करने बाले को काफी आराम महसूस होता है. इस तरह के कीबोर्ड
जनरल Keyboard से अलग होता है. इस लिए यह साधारण Keyboard से मंहगे होते है.
Flexible Or Foldable Keyboards
Flexible keyboard सभी कीबोर्ड से अलग होता है.
और सभी कीबोर्ड हार्ड होता है. लेकिन इस तरह की कीबोर्ड काफी सॉफ्ट और foldable
होता है. लचीला होने के कारन flexible कीबोर्ड को गिरने पर भी नहीं टूटता है. नरम
होने के कारन ऐसे कीबोर्ड को फोल्ड भी किया जा सकता है. ऐसा कीबोर्ड रबर की एक
पतली शीट के साथ बना होता है.
गेमिंग और मल्टीमीडिया कीबोर्ड
गेमिंग और मल्टीमीडिया कीबोर्ड एक ऐसा कीबोर्ड
होता है. जो म्यूजिक सुनने या गेम खेलने बालो के ध्यान में रखकर specially उन्ही
के लिए कुछ अलग बनाया जाता है. ऐसे कीबोर्ड में म्यूजिक के लिए बहुत सारे अलग बटन
दिया जाता है. जिसके कारन म्यूजिक चेंज करना या वॉल्यूम कम ज्यादा करना या अन्य कई
कार्य करने में आसानी हो जाती है. साथ ही गेम खेलने बालो के लिए कीबोर्ड के keys
पर डायरेक्शन बने होते है. ताकि आसानी से गेम खेल सके. ऐसे कीबोर्ड strong होते
है. इसी कारन से जब गेम खेलते बक्त जब तेजी से बटन को प्रेस करते है तो भी फर्क
नहीं परता है.
Ergonomic Keyboard
Ergonomic Keyboard पर उंगलियों को आराम होने के कारन टाइपिंग experience
को अधिक आसान बनाता है. इस लिए Continuously Typing करने
बालो के लिए Ergonomic Keyboard अच्छा होता है. क्योंकि Ergonomic
Keyboard का डिजाईन V Shape में
होने के कारन इसे उपयोग करने में Comfortable महसूस
होता है.
Usb Keyboard
USB Keyboard यानि
Universal Serial Bus Port बाले कीबोर्ड होता है. नए अबिस्कर में आजकल Usb Keyboard, Mouse Speaker,
Monitor, Etc में
usb केबल के साथ ही आता है. पुराने केबल बाले कीबोर्ड की तुलना में यह काफी अच्छा
होता है. इसे use करना आसान के साथ-साथ डेटा का आदान-प्रदान भी काफी जल्दी होता
है.
Multimedia Keyboard
मल्टीमीडिया कीबोर्ड इस प्रकार बनाया गया होता
है, जिससे म्यूजिक को ऑपरेट करने में काफी आसानी हो जाती है. मल्टीमीडिया बटन
शामिल होने के कारन केबल एक टैप के द्वारा मिडिया को कंट्रोल किया जाता है. पीसी
में डिफ़ॉल्ट म्यूजिक प्लेयर लॉन्च करने के लिए अतिरिक्त बटन दिया जाता है. ल्टीमीडिया
कीबोर्ड में सोंग को Play, Pause, Mute, Stop,
Next, Previous, Volume Up, Volume Down करने के लिए स्पेशल keys होता है.
keyboard keys
Function Keys :- कीबोर्ड में F1 से F12 तक कुल 12 फंक्शन keys होते है. लेकिन एप्पल के कीबोर्ड में कुल 19 फंक्शन keys
होते है.
Upper Case Letter:- Keyboard में 26
Upper Case Letters होते है.
Lower Case Letter:- Keyboard में 26
Lower Case Letters होते है.
Numeric Keys :- कीबोर्ड के दाहिने साइड में दिया हुआ Numeric
Keypad जिसे कैलकुलेटर
कीपैड भी बोला जाता है, इसमें Numbers और Symbol
को जोड़कर कुल 17 Keys होते है. लेकिन Apple Keyboard में 18 Keys.
नोट:- यह कीपैड सिर्फ एक्सटर्नल कीबोर्ड में होता है. Laptops
में स्पेस कम होने के कारण Numeric Keypad नहीं
दिया जाता है.
Number Keys :- Keyboard में
Number Keys की संख्या 0 से 9 तक कुल 10 होते है.
Alphabetic Keys :- एक Keyboard में
26 Alphabetic Keys होते है.
Special Characters :- कीबोर्ड में Special Characters की संख्या लगभग 40 होते है.
Rows Keys :- Keyboard में
keys की कुल छह rows होते है. इसमें सेबल उपर बाले rows में function keys होते
है. इसके बाद सेकंड rows में अंक के साथ सिंबल होता है. उसके बाद तीन rows में Alphabetic
Letters स्तिथ होते है. फिर last में वह rows होता है
जिसमे स्पेस बार स्थित होता है.
Keyboard Layout
Qwerty :- यह अधिक उपयोग होने वाला कीबोर्ड लेआउट है. Qwerty
को First Keyboard Layout के रूप में
उपयोग किया गया था. इसे Christopher Latham Sholes ने 1873
में Present किया था. इस लेआउट को Mistakes को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया था.
Dvorak:- August Dvorak ने 1936 में Dvorak Keyboard Layout को प्रस्तुत
किया था. कीबोर्ड पर प्रोफेशनल वर्क करने बाले लोग इसी कीबोर्ड का इस्तेमाल करते
है. क्योकि इस कीबोर्ड को Speed
Typing करने के लिए डिज़ाइन किया गया था. इसमे Common
Letters की Key को इस प्रकार
लगाया गया ताकि जल्द टाइप हो सके.
Azerty:- Qwerty कीबोर्ड लेआउट की तरह दिखने
बाला यह Keyboard Layout अधिकतर France में ही उपयोग किया जाता है.
Colemark:- Qwerty और Dvorak Keyboard Layout का Upgrade Version माना जाने बाला यह आधुनिक colemark कीबोर्ड
लेआउट टाइपिंग के मामले में काफी speed सुबिधा देती है.
Keyboard Keys In Hindi, What Is Keyboard Keys
कीबोर्ड में लगा हुआ buttons को हम कीबोर्ड
keys कहते है. जिसके द्वारा या जिसके प्रेस करके हम कंप्यूटर को इनपुट कमांड
प्रदान करते है. कीबोर्ड कई तरह के होने के कारन इसमें keys की संख्या में अंतर हो
जाती है. यानि किसी- किसी में मीडिया के लिए कई बटन दिए होते है. फिर भी हम बताना
चाहेंगे की सामान्यतः कीबोर्ड में कुल 105 keys होते है. जरुरत के हिसाब से सभी
कीबोर्ड में सामान्यतः keys same उपलब्ध रहता है.