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क्या आप mouse के बारे में जानते है. जाने बिस्तार से.



माउस के बारे में जाने. Mouse Kya Hai Hindi Mein


हम आपको माउस के बारे में बताएँगे की माउस क्या है. (What Is Mouse In Hindi) कंप्यूटर पर किये जाने बाले कार्य को बहुत ही आसन बनाने के लिए माउस का एक मुख्य भूमिका होता है. और इसके आबिस्कर के बारे में बताएँगे की इसका आविष्कार किसने किया था. इसमें माउस के पार्ट्स के बारे में बताएँगे. साथ ही यह बताएँगे की माउस कितने प्रकार के होते है. निचे माउस के बारे में पूरी तहर से जानकारी दी गई है. अच्छे से जानने के लिए इसे जरुर पूरा पढ़ें।


mouse kya hai. what is mouse in hindi
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माउस क्या है
? (What Is Mouse In Hindi)

Mouse, कंप्यूटर का एक हार्डवेयर है. और इसका उपयोग कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के रूप में किया जाता है। किसी-किसी को यह सबाल रहता है की Mouse Kya Hai Input Ya Output तो अब आपको पता चल गया होगा की माउस एक इनपुट डिवाइस है. माउस एक पॉइंट कंट्रोलर डिवाइस होता है. इसमे दो बटन के साथ-साथ एक व्हील भी होता है. इसमें दिया गया दो बटनों में से एक राईट क्लिक और दूसरा लेफ्ट क्लिक के लिए होता है. इसमें दिया व्हील पेज को उपर या निचे स्क्रॉल करने के काम आता है.
Mouse के द्वारा  Click, Double Click, Drag  या Drop किया जाता है. यह कंप्यूटर की स्क्रीन पर तीर के पॉइंटर या कर्सर को मूव करने का कम करता हैं। Mouse से पॉइंटर का कण्ट्रोल करके कंप्यूटर स्क्रीन पर किसी भी मेन्यु या कार्य जैसे आईकन, फाइल, टेक्स्ट को आसानी से किया जाता है.

जब से Graphical User Interface  पर आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे Window 95, Window 98 बाजार में आया. तब सिर्फ कीबोर्ड से काम करना कठिन होने के कारन माउस जैसा उपकरण की आवश्यकता पड़ी. माउस के आबिस्कर के बाद Computer पर कार्य करना आसान हो गया.
  

माउस का अबिस्कर  Mouse Invention

क्या आप जानते है की हम कंप्यूटर पर कार्य करने के लिए जिस माउस का प्रयोग करते हैं उस माउस का अविष्कार किसने किया था. जान ले की माउस का आबिस्कर डग्लस एंगेलबर्ट द्वारा माउस का आविष्कार वर्ष 1964 में किया गया था. उस समय Douglas Engelbart कैलिफोर्निया के Stanford Research Institute में काम कर रहे थे. परंतु बिल इंग्लिश ने 8 वर्ष बाद 1972 में माउस का आविष्कार किया.  Xerox Alto कंप्यूटर सिस्टम में कंप्यूटर माउस का इस्तेमाल वर्ष 1973 में सबसे पहले किया गया था. Y System के नाम से जाना जाता था. परन्तु इसका नाम बाद में बदल दिया गया.
सबसे पहले माउस Wood का बना हुआ था. और वर्तमान माउस के आकार से तलना की जाये तो इसका आकार काफी बड़ा था. यह Rectangular  सेप में था. इसमें सबसे ऊपर में  राइट कार्नर में एक छोटा बटन दिया गया था. कंप्यूटर पर कार्य करने के लिए माउस का उपयोग बहुत ज्यादा होता है. परन्तु यह जान ले की कंप्यूटर के शुरुआती दौर में Mouse का इस्तेमाल नहीं होता. उस समय कीबोर्ड की सहायता से ही कंप्यूटर पर किसी भी कार्य को करते बक्त  Command के जरिये ही कंप्यूटर को निर्देश दिए जाते थे।

माउस के भाग, Parts Of A Mouse

कंप्यूटर के साथ उपयोग होने बाले माउस ( Mouse ) के कई पार्ट्स होते है जिसके बारे निचे बताया गया है. तो चलिए एक-एक कर इसके बारे में जानते है.

Buttons

माउस में दो बटन होते हैं. एक राईट साइड में और दूसरा लेफ्ट साइड में होता है. जिसे हम  लेफ्ट क्लिक और राईट क्लिक से जानते है.

Mouse Wheel

माउस में राईट और लेफ्ट क्लिक के बिच एक व्हील भी दिया जाता है. इसका कार्य कंप्यूटर पर ओपन किसी भी पेज को उपर-निचे यानि Scroll का कमांड दिया जाता है.

Cable Or Wireless Receiver Mouse

वायरलेस माउस से वायरलेस Signal प्राप्त करने और कंप्यूटर में इनपुट पाने के लिए Usb वायरलेस रिसीवर की आवश्यकता पड़ती है। Corded बाले Mouse में एक प्लग के साथ केबल भी होता  है. जिससे कंप्यूटर को कनेक्ट किया जाता है. Corded Mouse Usb Port से जुड़ते हैं.

माउस के प्रकार (Types Of Mouse In Hindi)

आजकल कंप्यूटर के साथ उपयोग में आने बाले माउस, कई प्रकार की बाजार में आ गई है. आगे हम उसी के बारे में बताएँगे की माउस के कितने प्रकार होते है. ( How Many Types Of Mouse )

Cordless Mouse/ Wireless Mouse

Cordless माउस को हम Wireless माउस भी कहते है. ऐसा माउस वायर के उपयोग के बिना ही कंप्यूटर से जुड़ता है। माउस Bluetooth, Infrared Radio Waves जैसे वायरलेस तकनीक का उपयोग करता है। एक यूएसबी रिसीवर डिवाइस को कंप्यूटर में प्लग किया जाता है. उसके बाद Cordless माउस से Signal प्राप्त करता है।

Mechanical Mouse

Mechanical Mouse वह माउस है जिसमें एक धातु या रबर की गेंद होती है। जब गेंद को किसी भी दिशा में लुढ़काया या घुमाया जाता है. तब माउस के अंदर में लगे सेंसर गति का पता लगाते हैं. उसके बाद ऑन-स्क्रीन माउस पॉइंटर को उसी की दिशा में ले जाने का काम करते हैं।

Optical Mouse

Optical Mouse जिसे पहली बार 19 अप्रैल, 1999 को Microsoft द्वारा पेश किया गया था, जो आपके द्वारा माउस पर किया जाने बाले Movement को ट्रैक करने के लिए Leds या एक लेजर का उपयोग करता है। इसमे माउस के निचले भाग की जांच करके पहचाना जाता है।

Stylus Mouse

Stylus Mouse एक ऐसा माउस है जो पेन की तरह दिखाई देते है.  इनमे  एक Wheel भी लगा होता है.  इस पहिया को ऊपर-नीचे घुमाया जाता  है. इसका उपयोग Touchscreen Devices में अधिकतर किया जाता है| इस प्रकार के माउस को Gstick Mouse भी कहा जाता है. यह इस लिए  क्योंकि Stylus Mouse के जनक Gordan Stewart द्वारा किया गया था |  इसलिए Gstick में ‘G’ का मतलब Gordan होता है| ये Mouse वजन में काफी हलके होते है |

माउस के कार्य, Work of Mouse

अब हम आपको बताने बाले है की माउस यानि पोइंटिंग डिवाइस का कार्य क्या है. कंप्यूटर के साथ किया जाने बाले कार्य में माउस का उपयोग किस-किस रुप में किया जाता है.

Pointing

जब हम Mouse के Cursor को किसी भी Document, Text, Folder, Image, Pdf  Etc. के पास लेकर जाते है. उसके बाद जो प्रक्रिया होता है. साथ ही जो Information हमें दिखाई देती है. यह परिक्रिया Pointing को पोइंटिंग बोला जाता है.

Selection

Mouse के Cursor को जब Document, Text, Folder, Image, Pdf  Etc.  पर मूव करने के बाद जब उस पर Left Click करते है.  तब वह डॉक्यूमेंट सेलेक्ट होता है. जिसे हम Select करना अथवा Selection कहते है |

Click Buttons

Mouse में Scroll बटन के दोनों तरफ एक-एक Click बटन होते है. जिसे एक राईट क्लिक और दूसरा लेफ्ट क्लिक के नाम से जानते है.

Left Click

 इसमे बतायेंगे की लेफ्ट क्लिक के क्या-क्या कार्य है.
Single Click:- Single Click करने पर किसी भी Type की डॉक्यूमेंट को Select किया जाता है. इन्टरनेट से किया जाने बाला कार्य Single Click से Open होता है.
Double Click:- माउस के Left Button को जल्द-से-जल्द एक साथ दो बार दबाने पर Double Click होता है | डबल क्लिक से किसी भी डॉक्यूमेंट या File आदि को Open किया जाता है | माउस के लेफ्ट डबल क्लिक से डॉक्यूमेंट के टेक्स्ट या वर्ड को सेलेक्ट किया जाता है.
Triple Click:– Mouse के Left Button को जल्द-से-जल्द तीन बार Click करने को Triple Click कहते है. इसका उपयोग से डॉक्यूमेंट में किसी भी टेक्स्ट के पुरे पैराग्राफ को सेलेक्ट किया जाता है.

Right Click

Mouse के Right साइड में दिया गया बटन को दबाना Right Click कहलाता है. इसका प्रयोग किसी भी डॉक्यूमेंट पर Right Click कर उस Document के Option List को Open किया जाता है. यह उसी तरह की List यानि उसी से जुरे List में आप्शन आता है जैसा डॉक्यूमेंट होता है. जैसे की डॉक्यूमेंट पर राईट क्लिक करने से List कुछ और होगा, टेक्स्ट पर कुछ और, इसके आलाबा कंप्यूटर के डेस्कटॉप पर क्लिक करने से इसका आप्शन लिस्ट कुछ और आएगा.

Drag & Drop

Left Click का इस्तेमाल करके Mouse की Drag & Drop  से किसी डॉक्यूमेंट को एक जगह से मूव कर दूसरी जगह स्थापित किया जाता है. उसे Drag & Drop कहते है. यह प्रक्रिया लेफ्ट क्लिक को प्रेस कर होल्ड करके किया जाता है. लेफ्ट क्लिक करके होल्ड किये रखने पर डॉक्यूमेंट सेलेक्ट रहता है फिर आप जहा चाहे उसे ड्रैग कर छोड़ सकते है. फिर फाइल वहां पर मूव हो जाती है. किसी फाइल को कंप्यूटर से मेमोरी या पेन ड्राइव में ड्रैग एंड ड्राप से कॉपी पेस्ट भी किया जाता  है.

Scrolling

राईट और लेफ्ट क्लिक बटन के अलावा माउस में एक Scrolling बटन भी दिया जाता है. जिसका उपयोग आप किसी भी डॉक्यूमेंट को उपर और निचे करने में करते है. यह Ms Office, Pdf Etc के अलाबा इन्टरनेट के पेज को भी Scrolling कर उपर निचे किया जाता है


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